September 9, 2024

परिचय

(monkeypox) मंकीपॉक्सक्या एक दुर्लभ लेकिन संक्रामक वायरल बीमारी है जो पहले अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाई जाती थी। हाल के वर्षों में, यह वायर सदुनिया के अन्य हिस्सों में भी फैलता दिखा है, जिससे इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। यह ब्लॉग आपको मंकीपॉक्स के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जिसमें इसके लक्षण, कारण, प्रसार, उपचार और बचाव के तरीके शामिल हैं।

मंकीपॉक्स क्या है ?

मंकीपॉक्स एक ज़ूनोटिक बीमारी है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैलती है। इसे पहली बार 1958 में प्रयोगशाला में रखे गए बंदरों में पाया गया था , इस लिए इसका नाम (monkeypox) मंकीपॉक्स रखा गया। हालांकि, इसका प्राथमिक स्रोत छोटे चूहे, गिलहरी और अन्य वन्यजीव हो सकते हैं। मानवों में इसका पहला मामला 1970 मेंकांगोलो कतांत्रिक गणराज्य में दर्ज किया गया था ।

मंकीपॉक्स के कारण

मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्स वायरस परिवार का एक सदस्य है, जिसमें चेचक (स्मॉलपॉक्स) वायर सभी शामिल है।यह वायरस संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क, जैसे कि खरोंच, काटने या संक्रमित मांस के सेवन से मनुष्यों में प्रवेश कर सकता है । मनुष्यों के बीच इसका प्रसार संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थों, त्वचा के घावों या श्वसन बूंदों के माध्यम से होता है।

मंकीपॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 5 से 21 दिनों के बाद दिखाई देते हैं और ये दो चरणों में विभाजित होते हैं:

1. प्रारंभिक चरण (0-5 दिन)

  1. बुखार : अचानक तेज बुखार होना।
  2. सिर दर्द : गंभीर सिर दर्द का अनुभव।
  3. मांसपेशियों में दर्द : शरीर में जगह-जगह दर्द होना।
  4. थकान : अत्यधिक कमजोरी और थकान महसूस होना।
  5. लिम्फनोड्स की सूजन : गर्दन, बगल और कमर में लिम्फनोड्स का सूजन, जो इसे चेचक से अलग बनाता है।

2. दाने वाला चरण (बुखार के 1-3 दिन बाद)

  1. दाने : चेहरे से शुरू हो कर शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने वाले दाने जो समय के साथ फफोले और पपड़ी में बदल जाते हैं।
  2. फफोले : दाने तरल से भरे फफोले बन जाते हैं जो बाद में फट जाते हैं।
  3. पपड़ी बनना : फफोले सूखकर पपड़ी में बदल जाते हैं और अंत में गिर जाते हैं।

ये लक्षण आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह तक चलते हैं और अधिकतर मामले बिना उपचार के ठीक हो जाते हैं। हालांकि , कुछ मामलों में गंभीर जटिलताएं भी हो सकती हैं, खास कर बच्चों और इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड व्यक्तियों में |

मंकीपॉक्स का प्रसार

मंकीपॉक्स का प्रसार मुख्य रूप से निम्नतरी कों से होता है :

  1. जानवर से मनुष्य : संक्रमित जानवरों के संपर्क, खरोंच, काटने या संक्रमित मांस के सेवन से।
  2. मनुष्य से मनुष्य शारीरिक तरल पदार्थों, त्वचा के घावों, श्वसन बूंदों या संक्रमित वस्तुओं के माध्यम से ।
  3. गर्भावस्था के दौरान : संक्रमित मां से भ्रूण में वायरस का संचरण हो सकता है।
मंकीपॉक्स

निदान

मंकीपॉक्स का निदान लक्षणों के आधार पर किया जा सकता है, लेकिन इसे पुष्ट करने के लिए प्रयोगशाला परीक्षण आवश्यक होते हैं। प्रमुख परीक्षणों में शामिल हैं :

  1. पीसीआर टेस्ट वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए सबसे विश्वसनीय तरीका।
  2. सीरोलॉजिकल टेस्ट : एंटीबॉडी की उपस्थिति का पता लगाने के लिए।
  3. वायरस आइसोलेशन : वायरस को कल्चर में बढ़ाकर पहचानना।

सही और समय पर निदान बीमारी की  प्रगति को नियंत्रित करने और प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

उपचार

वर्तमान में (monkeypox) मंकीपॉक्स के लिए कोई विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं है। उपचार मुख्य रूप से लक्षणों के प्रबंधन और मरीज की सामान्य देखभाल पर केंद्रित होता है । इसमें शामिल हैं :

  1. समर्थनकारी देखभाल : बुखार, दर्द और खुजली को नियंत्रित करने के लिए दवाएं ।
  2. हाइड्रेशन:शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए उचित तरल पदार्थ का सेवन।
  3. संक्रमण नियंत्रण:द्वितीयक संक्रमणों को रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग।

कुछ एंटीवायरल दवाएं, जैसे कि टेकोविरिमैट, का उपयोग गंभीर मामलों में किया जा सकता है, लेकिन इनकी उपलब्धता और प्रभावशीलता सीमित है।

बचाव के उपाय

मंकीपॉक्स से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां अपनाई जा सकती हैं:

  1. संक्रमित जानवरों से दूरी बनाए रखें : जंगली जानवरों, विशेषकर चूहे, गिलहरी और बंदरों के संपर्क से बचें।
  2. स्वच्छता का ध्यान रखें : नियमित रूप से हाथ धोएं और व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करें।
  3. संक्रमित व्यक्तियों से दूरी : मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों के संपर्क से बचें और उचित सुरक्षात्मक उपाय अपनाएं ।
  4. मांस का सही तरीके से पकाना : मांस और अन्य पशु उत्पादों को अच्छी तरह से पकाकर सेवन करें।
  5. टीकाकरण : चेचक का टीका मंकीपॉक्स के खिलाफ कुछ हदतक सुरक्षा प्रदान करता है। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में टीकाकरण पर विचार किया जा सकता है।

निष्कर्ष

मंकीपॉक्स एक गंभीर लेकिन नियंत्रित कर ने योग्य बीमारी है।उचित जागरूकता, समय पर निदान और सावधानियों के पालन से इसके प्रसार को रोका जा सकता है ।वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों द्वारा लगातार निगरानी और शोध इस बीमारी के बेहतर समझ और नियंत्रण में मदद कर रहे हैं। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सतर्कर हें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

टिप्पणी : यदि आपको मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं या आपकि सीसंक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं , तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।

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