चर्चा में क्यों ?
हाल ही में केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के तेजी से फैलने की खबर सामने आयी है। यह खबर बाजार में आते ही लोगो में फिर से डर का माहौल बन रहा है तथा ये चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या यह वायरस भी कोरोना महामारी जैसा भीषण रूप ले लेगा। आपको बता दे की केरल सरकार पूरे जोर से इस वायरस से लड़ने के लिए तैयार है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने केरल सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी तथा सावधानी बरतते हुए केरल सरकार ने कोझिकोड में 7 पंचायतों के स्कूल और बैंक बंद करने का आदेश दिए हैं।
क्या है निपाह वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, निपाह वायरस (जूनोटिक वायरस) जानवरों के जरिए इंसानों में फैलता है। कई बार यह वायरस दूषित भोजन के माध्यम से या सीधे इंसानों से भी फैलता है। निपाह वायरस के लिए उत्तरदायी जीव- पैरामाइक्सोविरिडे श्रेणी तथा हेनीपावायरस वंश का एक RNA वायरस है।
निपाह वायरस की शुरुआत
निपाह वायरस का पहला मामला वर्ष 1999 मलेशिया में देखने को मिला था तथा इस वायरस को सूअर पालको के बीच फैलने से पहचाना गया। गौर करने की बात यह है की इस वायरस से बचने के लिए आज तक विश्व भर में कोई भी दवा या वैक्सीन नहीं है।
निपाह वायरस के लक्षण
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार निपाह वायरस के मुख्य लक्षण तेज बुखार, सिर में तेज दर्द, नींद की कमी, भटकाव, भ्रम, कोमा और संभावित मृत्यु आदि हैं।
निपाह वायरस से बचाव के लिए क्या करें?
यह कहना बिलकुल गलत नहीं होगा की अगर हम सावधानिया न बरते तो निपाह वायरस एक घातक महामारी का रूप धारण कर सकता है। आपको बता दे की विश्व भर में किसी भी देश के पास निपाह वायरस से लड़ने के लिए कोई भी दवा या वैक्सीन नहीं है। निपाह वायरस से बचने का एकमात्र उपाय है खुद की सुरक्षा करना, बार-बार साबुन से हाथ धोना, आसपास के वातवरण को साफ़ सुथरा रखना, फलों-सब्जियों के सेवन से पहले उसे अच्छी तरह से साफ कर लेना और संक्रमित लोगो की उपेक्षा करने के बजाय उनका देखभाल करना।
निपाह वायरस को लेकर सरकार कितनी सतर्क है ?
निपाह वायरस को लेकर केरल राज्य सरकार ने स्वास्थ्य अलर्ट जारी किया है। कई मरीजों की टेस्ट सैंपल की जांच की जा रही है।
आपको बता दे की निपाह वायरस बहुत ही खतरनाक वायरस है तथा इसके रोकथाम के लिए कोई दवा या वैक्सीन नहीं है इस वायरस के प्रकोप से बचने के लिए सतर्क रहना , सही खबर होने पर ही उस जानकारी को अपने साथियों से साझा करना, सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करना, अफवाहो पर ध्यान न देना, बहुत जरूरी है।
“आपकी सावधानी ही आपका सुरक्षा कवच है।”
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: निपाह वायरस क्या होता है?
उत्तर: निपाह वायरस एक जीवाणु होता है जो फ्रूट बैट्स से फैलता है और मानवों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
प्रश्न: निपाह वायरस संक्रमण के लक्षण क्या होते हैं?
उत्तर: निपाह वायरस संक्रमण के लक्षण में बुखार, सिरदर्द, उल्टी, और मानसिक संतुलन में परिवर्तन होना ।
प्रश्न: निपाह वायरस से बचाव के उपाय क्या हैं?
उत्तर: निपाह वायरस से बचाव के लिए मनुष्य से मनुष्य संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक दूरी, सफाई का ध्यान रखें, और फ्रूट बैट्स (चमगादड) के संपर्क से बचें।
प्रश्न: क्या निपाह वायरस संक्रमण होने पर वैक्सीन उपलब्ध है?
उत्तर: अभी तक निपाह वायरस के खिलाफ कोई वैक्सीन विकसित नहीं हुई है, लेकिन इसके खिलाफ सुरक्षित रूप से बचाव के लिए सुझाए गए उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है।